डीएम ने कहा, स्वस्थ नारी ही परिवार और समाज की असली शक्ति
Kanpur ।आयुष्मान भारत नगरीय हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर का नजारा बृहस्पतिवार को बिल्कुल अलग था। दरी पर चौपालनुमा अंदाज में महिलाएँ बैठी थीं और उन्हीं के बीच जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह भी जमीन पर बैठकर उनसे सीधे संवाद कर रहे थे।स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान और मिशन शक्ति 5.0 के तहत आयोजित इस महिला आरोग्य समिति की बैठक में महिलाओं ने खुलकर अपनी बातें रखीं।
किसी ने एनीमिया और माहवारी से जुड़ी परेशानी बताई, तो किसी ने बच्चों के पोषण और टीकाकरण से जुड़े सवाल उठाए। माहौल इतना सहज था कि महिलाएँ बिना झिझक अपनी समस्याएँ साझा करती रहीं।जिलाधिकारी ने कहा कि महिला स्वस्थ होगी तभी परिवार और समाज भी स्वस्थ रह सकेगा।
उन्होंने महिलाओं को समझाया कि समय-समय पर स्वास्थ्य जांच कराना और जरूरत पड़ने पर दवा लेना बेहद जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि समझदार नारी वही है जो अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहती है और किसी भी समस्या पर तुरंत नजदीकी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र का सहारा लेती है।
बैठक में आयी अर्चना तिवारी ने कहा कि इस बैठक में उन्हें कई महत्वपूर्ण जानकारी मिली और वे अब अपने स्वास्थ्य के प्रति अधिक सजग रहेंगी। वहीं एक अन्य महिला उमा ने कहा कि जिलाधिकारी खुद हमारे बीच दरी पर बैठकर एक अभिभावक की तरह हमें हमारे स्वास्थ्य के प्रति जिस तरह से जागरूक कर रहे थे।
इससे हमें लगा कि हमारी बातें सचमुच सुनी जा रही हैं।महिलाओं को यह भी बताया गया कि अब नजदीकी आयुष्मान आरोग्य मंदिरों, जिला अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर इन सेवाओं का लाभ आसानी से लिया जा सकता है।
इसके अलावा मोटापा नियंत्रित करने, चीनी और तेल के सेवन में 10 प्रतिशत कमी लाने तथा स्थानीय भोजन और पोषणयुक्त आहार को बढ़ावा देने की सलाह भी दी गई। मासिक धर्म स्वच्छता और एनीमिया की रोकथाम को लेकर भी विस्तृत जानकारी साझा की गई।
दरी पर सजी यह चौपाल महिलाओं के लिए अलग अनुभव रही। औपचारिक मंच और भाषणों से अलग इस बैठक ने उन्हें यह भरोसा दिया कि प्रशासन उनकी समस्याएँ सुनने और समाधान देने के लिए उनके साथ खड़ा है।इस दौरान एसीएमओ डॉ. यू. बी. सिंह, जेएसआई प्रतिनिधि हुदा ज़हरा सहित बड़ी संख्या में महिलाओं ने प्रतिभाग किया।