–भारतीय टीम की तरफ से मेडल जीतने के लिए उतरेंगे यूपी के तीन खिलाड़ी
-गत वर्ष ताशकंद में खेली गई चैम्पियनशिप में भारतीय टीम ने जीते थे दो गोल्ड मेडल
-सुदेश कुमार ने डॉ. अभिषेक बाजपेई को भारतीय टीम का नियुक्त किया फिजियो
Kanpur ।शहीद-ए-आजम भगत सिंह स्मारक इंटरनेशनल वेट रसलिंग चैम्पियनशिप की मेजबान भारत को सौंपी गई है। यह चैम्पियनशिप रोहतक में 21 से 23 मार्च तक खेली जाएगी। यह जानकारी मंगलवार को शहर आए जनसनाति (मार्शल आर्ट) के एशिया अध्यक्ष सुदेश कुमार ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए दी।
सुदेश कुमार ने बताया कि चैम्पियनशिप में मेजबान भारत की दो टीमें भाग लेंगी। भारतीय टीम को ए और बी बना दिया गया है। हर भारतीय टीम में 21-21 खिलाड़ी होंगे। भारत के तरफ से कुल 42 खिलाड़ी इस चैम्पियनशिप में भाग लेंगे। इसमें तीन खिलाड़ी उत्तर प्रदेश के है। सुदेश कुमार ने डॉ. अभिषेक बाजपेई को भारतीय टीम का फिजियो नियुक्त किया है।
पत्रकार वार्ता में मौजूद डॉ. अभिषेक बाजपेई ने बताया कि गत वर्ष उज्बेकिस्तान में खेली गई वर्ल्ड चैम्पियनशिप में भारतीय टीम ने दो गोल्ड और तीन ब्रांज मेडल जीते थे। यह चैम्पियनशिप उजबेकिस्तान के ताशकंद शहर में 3 से 5 नवंबर 2024 को खेली गई थी। उन्होंने उम्मीद जताई कि मौजूदा चैम्पियनशिप भारत में हो रही है, ऐसे में हमारा प्रदर्शन और बेहतर होगा। हमारी झोली में कई मेडल आएंगे। पत्रकार वार्ता में अरुणमा बाजपेई भी मौजूद रहीं।
क्या है जनसनाति (मार्शल आर्ट)
सुदेश कुमार ने बताया कि जनसनाति उज्बेकिस्तान का शब्द है, जिसका अर्थ मार्शल आर्ट होता है। उज्बे लोग जिस कला युद्ध लड़ते थे, उसी को जनसनाति कहा जाता था। इतिहास में बेहद क्रूर का दर्जा हासिल तैमूल लंग इसी कला से युद्ध लड़ता था।
इस कला को जिन्दा रखने के लिए उज्बेकिस्तान की सरकार ने इसे खेल में परिवर्तित कर दिया। इस युद्ध कला में 19 किस्म की विद्या शामिल हैं। जिसमें घुड सवारी, तीरंदाजी, रसलिंग जैसे खेल शामिल हैं। उज्बेकिस्तान के साथ ही रसिया और भारत में खेल धीरे-धीरे खूब प्रापुलर हो रहा है।