Kanpur । पुलिस आयुक्त अखिल कुमार के निर्देशन में अपराधियों को के विरुद्ध चलाया जा रहे हैं अभियान में सेंट्रल पुलिस के हाथ लगी बड़ी सफलता, डीसीपी डीसीपी सेंट्रल श्रवण कुमार सिंह के नेतृत्व में सहयोगी सर्विलांस एवं स्वाट टीम ने फर्जी जज बनकर लाखो से लेकर करोड़ो की टप्पेबाज़ी करने वाले फर्जी जज आयुष्मान शंकर और उसकी पत्नी को धर दबोचा।
सेंट्रल जोन के सर्विलांस एवं स्वाट टीम ने फर्जी जज बनकर लाखो की धोखाधड़ी टप्पेबाजी की हुई 42 लाख कुछ हजार की नगदी के साथ आरोपियों को गिरफ्तार करने में सेंट्रल पुलिस को अहम सफलता मिली है।
फर्जी जज आयुष्मान शंकर का असली नाम विष्णु कुमार गुप्ता एवं उसकी जो की नाम बदल कर फर्जी जज बनकर महिला से लाखो से लेकर करोड़ो की टप्पेबाजी में लखनऊ से पूर्व में जेल जा चुके हैं।
फर्जी जज बनकर धोकाधड़ी करने वाले शातिर ने लखनऊ केजीएमयू में तैनात महिला नर्सिंग ऑफिसर को बरगलाकर कानपुर बुलाकर बड़े पैमाने में लोन दिलाने के लालच देकर एवं रेव थ्री माल में पिक्चर दिखाने के बाद टप्पेबाजी कर के फ़रार हुए थे। जिन्हें फिर धोखाधड़ी और टप्पे बाजी में कानपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पिछली गिरफ्तारी और पुलिस का नेतृत्व
यह आरोपी पहले भी फर्जी जज बनकर लखनऊ में जेल जा चुके थे। अब कानपुर पुलिस ने अपनी जिद और सूझबूझ से दोनों को पकड़कर इस धोखाधड़ी का पर्दाफाश किया। पुलिस टीम में उप निरीक्षक पवन कुमार, लवकुश मिश्रा, धर्मेंद्र तिवारी, नवीन कुमार, और राहुल अग्रहरि का अहम योगदान था।
आगे की कार्रवाई
कानपुर पुलिस ने इस मामले में और गहनता से जांच शुरू कर दी है ताकि इन आरोपियों के अन्य शिकारों का भी पता चल सके। पुलिस का कहना है कि इस मामले में अन्य अपराधियों की पहचान करने के लिए तफ्तीश जारी है।