Kanpur ।जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने रविवार को महाकुंभ के दृष्टिगत गंगा नदी में उत्प्रवाहित होने वाले नालों में से पूर्व में पूर्णतः टैप्ड सीसामऊ नाले का अधीक्षण अभियंता, उ०प्र० जल निगम एवं परियोजना प्रबंधक, गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई, के साथ निरीक्षण किया ।
परियोजना प्रबंधक के द्वारा अवगत कराया गया कि सीसामऊ नाले में कोपरगंज, लक्ष्मीपुरवा, अनवरगंज, दलेलपुरवा, हीरामन का पुरवा, बेकनगंज, चमनगंज, चुन्नीगंज, अशीक नगर, हर्ष नगर, खलासी लाइन, ग्वालटोली, गुमटी, बेनाझाबर एवं सन्त नगर वार्डों का संपूर्ण सीवेज उत्प्रवाह 140 एमएलडी आता है।
जिसमें से 80 एमएलडी सीवेज को बकरमंडी टैपिंग में टैप करके ग्रेविटी सीवर लाइन के माध्यम से 210 एमएलडी एसटीपी बिनगवां शोधन हेतु प्रेषित किया जा रहा है। अवशेष 60 एमएलडी सीवेज में से 45 एमएलडी सीवेज उत्प्रवाह को वी०आई०पी० रोड स्थित सीसामऊ पम्पिंग स्टेशन के माध्यम से पम्प करके 130 एमएलडी एवं 43 एमएलडी एसटीपी जाजमऊ में शोधन हेतु भेजा जा रहा है।
अवशेष 15 एमएलडी सीवेज उत्पवाह को वी०आई०पी० रोड स्थित सीसामऊ नाले की टैपिंग से ग्रेविटी सीवर के माध्यम से परमट पम्पिंग स्टेशन में भेजा जा रहा है।
जहां से पंप करके शोधन हेतु 130 एमएलडी एसटीपी जाजमऊ में प्रेषित किया जा रहा है। 45 एमएलडी क्षमता के सीसामऊ एसपीएस पर वर्तमान में 90 एमएलडी औसत उत्प्रवाह प्राप्त हो रहा है। सीसामऊ एस०पी०एस० पर 150 एचपी के कुल 6 नग पम्प अधिष्ठापित है, जिसमें से 4 नग पम्प रनिंग एवं 2 नग स्टैण्ड बाड़े हैं। वर्तमान में अधिक उत्प्रवाह प्राप्त होने पर पीक पम्पिंग करके सीवेज ओवरफ्लो को रोका गया है।
पावर बैकअप हेतु 500 के0वी0 के0 2 नग डी०जी० सेट अधिष्ठापित है, जिनसे अधिकतम 4 नग पम्पों का संचालन किया जा सकता है। महाकुम्भ 2025 के दृष्टिगत पीक फ्लों को नियन्त्रित करने के लिये 1 नग 250 के0वी0ए0 का रेन्टल डी०जी० के अधिष्ठापन का कार्य कराया जा रहा है।
वर्तमान में सीसामऊ नाले से कोई ओवरफ्लो नहीं हो रहा है। शोधन के उपरान्त 130 एमएलडी एसटीपी एवं 43 एमएलडी एसटीपी जाजमऊ से सम्पूर्ण शोधित उत्प्रवाह सिंचाई हेतु इरीगेशन चैनल में प्रेषित किया जा रहा है।निरीक्षण के दौरान अधीक्षण अभियंता उ०प्र० जल निगम, नगरीय एम०के० सिंह, परियोजना प्रबंधक गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई मोहित चक एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी ने ये भी दिए निर्देश:-
1. विगत समय में पूर्ण रूप से टैप किए गए सीसामऊ नाले से अशोधित पानी के उत्प्रवाह की खबर कतिपय समाचार पत्रों में प्रकाशित हुई थी। इस संबंध में जिलाधिकारी द्वारा पूछे जाने पर परियोजना प्रबंधक, जल निगम ग्रामीण द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद में मेट्रो के अंडरग्राउंड निर्माण के कारण नाले के पानी को ट्रीटमेंट प्लांट तक ले जाने हेतु किए गए डायवर्जन में पानी का फ्लो बढ़ जाने एवं पंपिंग स्टेशन पर एक पंप के खराब होने के कारण नाले का पानी गंगा नदी में प्रवाहित हो गया था।
यह भी अवगत कराया गया है कि मेट्रो द्वारा डायवर्जन को सही करा दिया गया है, पंपिंग स्टेशन पर भी समस्त पंप संचालित हैं तथा वर्तमान में किसी भी प्रकार का शोधित अथवा अशोधित पानी गंगा नदी में प्रवाहित नहीं हो रहा है।
2. जिलाधिकारी द्वारा अधीक्षण अभियंता एवं परियोजना प्रबंधक, उ०प्र० जल निगम (ग्रामीण) को निर्देशित किया गया कि महाकुंभ के आयोजन को दष्टिगत रखते हुए किसी भी दशा में नालों से गंगा नदी में किसी भी प्रकार का शोधित या अशोधित पानी उत्प्रवाहित न हो, इसका समुचित ध्यान रखा जाए एवं इसमें सतर्क दृष्टि रखी जाए।
3. गंगा नदी में प्रवाहित होने वाले नालों के उत्प्रवाह को शोधित किए जाने हेतु बने पंपिंग स्टेशनों में विद्यमान समस्त यांत्रिक व्यवस्थाओं को अध्यावधिक स्थिति में रखा जाए तथा अन्य वैकल्पिक व्यवस्थाओं यथा- पंपिंग स्टेशनो में पंपों एवं डीजी सेट की अतिरिक्त व्यवस्था रखी जाए, ताकि किसी भी स्थिति में इसका उपयोग कर नालों के उत्प्रवाह को गंगा नदी में उत्प्रवाहित होने से रोका जा सके।