Kanpur ।भैरवघाट स्थित भैरव मंदिर में 129 वा जन्मोत्सव 12 नवंबर को धूमधाम से मनाया जाएगा। इस मंदिर का इतिहास 800 साल पुराना बताया जाता है। यहां पर। भैरव जी के आठ स्वरूप विद्यमान है

।मंदिर में भक्त वर्षों से भैरव जी को मदिरा का भोग भी लगाते हैं। मंदिर के पुजारी सुमेर दास जी मह ने बताया कि यह मंदिर 800 साल पुराना है।

12 नवंबर को हम लोग भैरवाष्टमी पर बाबा का 128वां जन्मोत्सव पूरे विधि-विधान से मनायेंगे।भैरव मंदिर में प्रधान मूति को बटुक भैरव कहा जाता है। वहीं काल भैरव में मदिरा चढाई जाती है। इसके अलावा यहां आनंद भैरव, मशान भैरव, द्वारपाल भैरव, क्षेत्रपाल भैरव, श्वेत भैरव और गुप्त भैरव का भी स्वरूप विद्यमान है।


