Jammu । पहलगाम आतंकी हमले के बाद खुलासा हुआ है कि सीआरपीएफ के जवान मुनीर अहमद ने एक पाकिस्तानी युवती मीनल खान से निकाह कर लिया है। इतना ही नहीं, यह भी पता चला कि वह युवती अपने पति के साथ रह भी रही है।
अगर मुनीर अपनी पत्नी को छोड़ने वाघा बॉर्डर नहीं जाता, तो शायद इस मामले का खुलासा भी नहीं हो पाता। इसको लेकर सीआरपीएफ ने मुनीर अहमद को सेवा से बर्खास्त कर दिया है।
अब यह मामला जम्मू कश्मीर हाईकोर्ट के सामने है। हाईकोर्ट ने 29 अप्रैल को मीनल को 10 दिन तक भारत में रहने की इजाजत दे दी है। कोर्ट ने सरकार से पूछा है कि क्या ऑनलाइन शादी की कानूनी मान्यता है या नहीं? इस मामले की अगली सुनवाई 14 मई को होनी है।
उधर, यह मामला सामने आते ही सीआरपीएफ ने मुनीर के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी है। मुनीर को जम्मू से हटाकर भोपाल भेजा गया है। सीआरपीएफ का कहना है कि मुनीर के खिलाफ नियमानुसार उचित कार्रवाई की जाएगी।
सीआरपीएफ सूत्रों के मुताबिक, मुनीर ने पाकिस्तानी युवती से निकाह करने से पहले अपने विभाग को पत्र देकर सूचित जरूर किया था, लेकिन मामले में आधिकारिक मंजूरी मिलने का इंतजार किये बगैर उसने निकाह कर लिया था। यही नहीं, उसने जम्मू कश्मीर सरकार को अपने निकाह से पहले एक पत्र लिखा। सीआरपीएफ से मुनीर को जवाब आता, इससे पहले ही 24 मई 2024 को वीडियो कॉल के जरिए उसने निकाह कर लिया।
मुनीर की पत्नी टूरिस्ट वीजा पर भारत आकर अपने पति के साथ रहने लगी। विश्वसनीय सूत्रों की मानें, तो मीनल का वीजा 22 मार्च को खत्म हो गया था। इसके बावजूद वह अवैध तरीके से भारत में ही अपने पति के साथ रह रही थी। जम्मू के हंदवाल का रहने वाला मुनीर 2017 में बल में भर्ती हुआ था।