Imphal । केंद्र की मोदी सरकार ने मणिपुर के छह इलाकों में फिर से सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (अफस्पा) लागू किया है। यह कदम राज्य में जारी जातीय हिंसा को देखकर लिया गया है, इसमें अब तक 200 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। केंद्र ने फैसले की घोषणा केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा की है, जिसमें कहा गया है कि मणिपुर में सुरक्षा स्थिति लगातार बिगड़ रही थी, जिससे यह निर्णय लिया गया।
अफस्पा लागू किए गए क्षेत्र में: इंफाल पश्चिम जिले का सेकमई और लमसांग, इंफाल पूर्व जिले का लाम्लाई, जिरिबाम जिले का जिरिबाम, कंगपोकपी का लेइमाखोंग और बिश्नुपुर जिले का मोइरंग शामिल है।
इसके अलावा, 19 इलाकों को छोड़कर पूरे मणिपुर प्रदेश में अफस्पा लागू है, जैसा कि मणिपुर सरकार ने 1 अक्टूबर को आदेश जारी किया था। हालांकि, कुछ इलाकों को अफस्पा से बाहर किया गया है, जिसमें इम्फाल, सिटी, सिंगजमई और अन्य शामिल हैं।
दरअसल मणिपुर में मई 2023 से जारी जातीय हिंसा ने बड़ा रूप ले लिया है, जिसमें मैतेई और कुकि-जो समुदायों के बीच संघर्ष हो रहा है। हिंसा की लपटें पहले इंफाल घाटी और पहाड़ी इलाकों तक ही सीमित थीं, लेकिन अब यह पूरे राज्य में फैल गई है। पिछले हफ्ते जिरिबाम जिले में हुए एक एनकाउंटर में 11 संदिग्ध उग्रवादी मारे गए, जबकि अगले दिन उग्रवादियों ने छह नागरिकों, जिसमें महिलाएँ और बच्चे शामिल थे, का अपहरण कर लिया।