Chennai। दिग्गज स्पिनर आर अश्विन ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के बीच में ही अचानक संन्यास लेकर सभी को हैरान कर दिया था। अब अश्विन ने इसको लेकर अब अपनी बात रखी है। अश्विन के इस फैसले के लिए ड्रेसिंग रूम में तनाव और टीम प्रबंधन के साथ मतभेद को जिम्मेदार माना जा रहा था। वहीं अब अश्विन ने कहा कि यह एक सहज निर्णय था क्योंकि उन्होंने अपनी क्रिएटिविटी खो दी थी.
अश्विन ने कहा, “मैंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना पहला टेस्ट नहीं खेला। वहीं दूसरा खेला, तीसरा नहीं खेला। ऐसे में हो सकता था कि मुझे अगला मुकाबला खेलने का अवसर मिले या नहीं। वहीं इस दौरान मैं अपनी क्रिएटिविटी तलाशने का प्रयास रहा था। उस समय, मुझे लगा कि मेरी क्रिएटिविटी खत्म हो गई है, तो वह खत्म हो गई, बस सही है, इसी कारण मैंने अलविदा कहने का फैसला किया।” अश्विन ने कहा कि वह विदाई टेस्ट जैसा कुछ नहीं चाहते थे। साथ ही कहा कि वह अभी भी खेल सकत थे क्योंकि उनके अंदर क्रिकेट बचा था पर उन्हें इस बात की खुशी है कि उन्होंने इस तब छोड़ा जब लोग उनके फैसले पर सवाल उठा रहे थे ना कि उन्हें संन्यास लेने के लिए कह रहे थे।
अश्विन ने साथ ही कहा, “इससे क्या प्रभाव पड़ता अगर मैं गेंद के साथ बाहर आता और लोग तालियां बजाते? लोग कितने समय तक इसके बारे में बात करेंगे? जब सोशल मीडिया नहीं था, लोग इसके बारे में बात करते थे और एक हफ्ते बाद भूल जाते थे. विदाई की कोई जरूरत नहीं है। खेल ने हमें बहुत कुछ दिया है और हमने बहुत खुशी के साथ खेला है।
“मैं और क्रिकेट खेलना चाहता हूं पर भारतीय ड्रेसिंग रूम में जगह नहीं थी। मैं खेल के प्रति ईमानदार रहना चाहता हूं। मैं विदाई टेस्ट खेलना चाहता हूं पर में टीम में जगह के योग्य नहीं हूं तो क्या फायदा। मैं केवल विदाई टेस्ट के कारण टीम में नहीं रहना चाहता।