Bengaluru। आईपीएल में आजकल रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आसीबी) की ओर से शानदार बल्लेबाजी कर रहे विराट कोहली ने कहा है कि पूर्व दक्षिण अफ्रीकी विकेटकीपर-बल्लेबाज मार्क बाउचर ने एक समय उनकी सहायता की थी। विराट के अनुसार फ्रैंचाइजी के साथ आईपीएल के शुरुआती सत्र में उन्हें शॉर्ट गेंदों को खेलने में परेशानी आ रही थी।
जिसे दूर करने में बाउचर आगे आये थे। विराट ने कहा कि बाउचर इस मानसिकता के साथ आए थे कि वह भारतीय खिलाड़ियों की सहायता करने जा रहे हैं। बाउचर ने उनसे कहा था कि अगर वह सभी प्रारूपों में भारत के लिए नहीं खेलते हैं तो वह खुद को ही नुकसान पहुंचाने जैसा होगा।
कोहली ने कहा, इसलिए उन्होंने पता लगाया कि मेरी कमजोरियां क्या हो सकती हैं। साथ ही कहा कि अगर मैं अगले स्तर पर जाना चाहता हूं, तो मुझे अपनी कमजोरियों को ठीक करन होगा। इसके बाद वह मुझे नेट्स पर ले गए। इसके बाद उन्होंने कहा कि तुम्हें शॉर्ट बॉल पर काम करने की जरूरत है।
अगर तुम गेंद को खींच नहीं सकते तो कोई भी तुम्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में मौका नहीं देगा। और मुझे याद है कि हम चेन्नई या कोलकाता में एक मैच खेल रहे थे, जहां उन्होंने मुझसे कहा था कि जब मैं चार साल बाद भारत में कमेंट्री करने आऊंगा, तो अगर मैं तुम्हें भारत के लिए खेलते हुए नहीं देखूंगा, तो मानूंगा कि तुमने अपने को ही नुकसान पहुंचाया है।
उन्होंने कहा कि बाउचर के साथ उनकी बातचीत ने उन्हें हैरान किया इससे उन्हें बेहतर करने की प्रेरणा मिली। उन्होंने कहा, उन शुरुआती सालों में उनका मुझ पर बहुत बड़ा प्रभाव था। मैं अपनी क्षमताओं को लेकर बहुत यथार्थवादी था। क्योंकि मैंने बहुत से अन्य लोगों को खेलते देखा था।
और मुझे ऐसा नहीं लगता था कि मेरा खेल उनके खेल के कहीं करीब है। मेरे पास सिर्फ दृढ़ संकल्प और इच्छाशक्ति थी कि अगर मैं अपनी टीम को जीत दिलाना चाहता हूं, तो मैं कुछ भी करने को तैयार हूं। बाउचर ने साल 2008-10 तक आरसीबी की ओर से खेला था। उस समय विराट धीरे-धीरे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में जगह बनाने का प्रयास कर रहे थे।