Bangalore । दुनिया जब ‘विश्व वन दिवस’ और ‘विश्व जल दिवस’ मना रही है, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है।
यह वैश्विक टोयोटा एनवायमेंटल चैलेंज (पर्यावरण चुनौती) 2050 (टीईसी 2050) को मूर्त रूप देती है। इसमें ‘शून्य पर्यावरणीय प्रभाव से आगे बढ़ना और शुद्ध सकारात्मक प्रभाव प्राप्त करना’ जैसी छह दूरदर्शी चुनौतियां शामिल हैं। इनमें पानी के उपयोग को न्यूनतम और इष्टतम करना तथा प्रकृति के साथ सद्भाव में भविष्य के समाज की स्थापना भी की जानी है।
टोयोटा एनवायमेंटल चैलेंज 2050 की स्थापना 2015 में हुई थी।टीकेएम की प्रतिबद्धता के केंद्र में ‘ग्रह के प्रति सम्मान’ का गहन दर्शन निहित है, जो पारिस्थितिकी तंत्र और स्थानीय समुदायों को समृद्ध करते हुए पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने के कंपनी के प्रयासों को प्रेरित करता है।
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर अपने प्लांट में पानी के उपयोग को अनुकूलित और सर्वश्रेष्ठ करने के लिए एक समग्र ‘4आर’ रणनीति का पालन करता है। ये हैं रिड्यूस – कम करें, री यूज – पुनः उपयोग करें, रीसाइकिल – रीसाइकिल करें और रीचार्ज करें।
अपने विचार साझा करते हुए, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट और डायरेक्टर (विनिर्माण) श्री बी पद्मनाभ ने कहा, “हमारे लिए, निरंतरता हमारे व्यवसाय के हर पहलू में गहराई से समाहित है।
भारत में हमारे सफल संचालन के इन 26 उल्लेखनीय वर्षों में, हमारी यात्रा हमेशा नवाचार, कॉर्पोरेट जिम्मेदारी और समुदायों के साथ सार्थक संबंधों के माध्यम से स्थायी मूल्य बनाने की प्रतिबद्धता से प्रेरित रही है।