Kanpur। नगर निगम के द्वारा प्रतीक वार्ड में दी गई स्ट्रीट लाइटों की गुणवत्ता और आवंटित लाइटों में 5 मार्गप्रकाश कार्यालय मे जमा करने के फरमान से पार्षदों में आक्रोश है।वरिष्ठ पार्षदों द्वारा इसकी शिकायत नगर आयुक्त से करने के साथ ही मुख्यमंत्री को पत्र लिखे जाने के बाद अपर नगर आयुक्त ने लाइटों की गुणवत्ता जांचने के लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन किया है।
नगर निगम की मार्ग प्रकाश व्यवस्था पटरी पर आती नजर नहीं आ रही है। पार्षदों को वार्ड रोशन करने के लिए 55-55 स्ट्रीट लाइटें दी गई थी। महेंद्र पांडे ,कौशल मिश्रा,नीरज बाजपेई सहित कई पार्षदों ने लाइटें घटिया क्वालिटी की होने का आरोप लगाते हुए विरोध जताया । भाजपा पार्षदों ने आरोप लगाए कि स्ट्रीट लाइटें मानक के मुकाबले बेहद घटिया क्वालिटी की दी जा रही हैं जो जलाने पर ही कुछ दिनों में हीट होकर आग पकड़ लेंगी। शिकायत पर अपर नगर आयुक्त अमित कुमार भारतीय ने कमेटी गठित कर डी ।अपूर्ति की गई एलईडी लाइटों की जांच के लिए मार्ग प्रकाश के प्रभारी अभियंता राजेश कुमार की अध्यक्षता में कमेटी बना गई है। कमेटी के दो सदस्य अवर अभियंता आशुतोष कुमार व राकेश कुमार हैं। कमेटी एलईडी लाइटों की गुणवत्ता की जांच कर तीन दिन में रिपोर्ट देगी।
वार्डो से 5- 5 लाइट वापस मांगने से पार्षदों में रोष
इसके अलावा मार्ग प्रकाश विभाग द्वारा ठेकेदारों से कहा गया है की वार्ड में लग रही 55 लाइटों में 5 लाइट और 20 ड्राइवर कार्यालय में जमा कराई जाए जिससे पार्षदों में आक्रोश है।पार्षदों का कहना है की उनके कोटे से 5 लाख की लाइट नगर निगम ने प्रतीक वार्ड में दो है।तो लाइटें मार्ग प्रकाश कार्यालय में क्यों जमा कराई जा रही है।