Lucknow । लखनऊ में एक महिला को 23 नवंबर की रात कार में अगवाकर 8 लोगों ने उसके साथ गैंगरेप किया। आरोपी उसे तीन घंटों तक पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर घुमाते रहे। जिस कार में पीड़िता थी, उसके साथ दो और गाड़ियां भी साथ में चल रही थीं। इन्हीं में बाकी आरोपी बैठे थे। पीड़ित महिला का कहना था कि पुलिस ने दबिश देने के बाद भी आरोपियों को जेल नहीं भेजा।
यूपी कांग्रेस ने इसके लिए प्रदेश सरकार की आलोचना की थी। हालांकि, लखनऊ पुलिस का कहना है कि इस मामले के दो आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम बनाई गई है।
यह पूरा मामला लखनऊ के पीजीआई थाना क्षेत्र का है। पीड़ित महिला मूलत: पश्चिम बंगाल की रहने वाली है, फिलहाल लखनऊ में कृष्णा नगर क्षेत्र में रहती है।
मीडिया से बातचीत में उसने बताया कि वह 23 नवंबर की रात दो सहेलियों के साथ अशोक वाटिका में आई थी। रात करीब 10 बजे उसने घर जाने के लिए कैब बुक की। दोनों सहेलियां भी कैब में बैठीं। बीच में उन्होंने एक परिचित से बात करने के लिए कैब रोकी। इसके बाद उसे कुछ युवकों ने मारपीटकर अगवा कर लिया। इन युवकों के नाम महिला ने किशन यादव और विवेक यादव बताए। दोनों ने उसे, दीदी जरूरी बात करनी है… कहकर कार में बिठाना चाहा।
विरोध करने पर मारपीटकर जबरन बैठा लिया। इसके बाद कार में मारा पीटा। पीड़िता के अनुसार कार में 5 लोग मौजूद थे। इनमें सीमा नाम की एक लड़की भी थी। इसी बीच किशन ने किसी सुनील यादव को भी फोन किया। किशन की कार के साथ दो और कारें अर्जुनगंज होते हुए पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर चल दीं। तीन घंटों के दौरान उसके साथ किशन यादव, विवेक यादव, अखिलेश यादव, धर्मेंद्र यादव, रंजीत यादव, सुनील यादव और सनी आदि ने बारी-बारी से रेप किया।
विरोध करने पर हैवानियत की। इस बीच दो-तीन टोल प्लाजा भी पार हुए। बाद में आरोपी उसे गंभीर हालत में तेलीबाग के पास छोड़कर चले गए। पीड़िता ऑटो करके पीजीआई थाने पहुंची। वहां से उसे ट्रॉमा सेंटर भेजा गया। मेडिकल और इलाज के बाद उसने 28 नवंबर को शिकायत दर्ज कराई। पीड़ता का आरोप है कि पुलिस ने दो दिन तक हीलाहवाली की। उसके बाद रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन इसके बाद भी पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के बाद भी जेल नहीं भेजा।
इस पूरे मामले में यूपी कांग्रेस ने एक्स पर पोस्ट किया, प्रदेश की राजधानी में दरिंदों ने एक लड़की के साथ चलती कार में 3 घंटे तक गैंगरेप किया। इन दरिंदों में जिन 2 की गिरफ्तारी हुई है। पुलिस ने उन्हें भी जेल नहीं भेजा है। बाकी सारे आरोपी अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। प्रदेश में महिला सुरक्षा के नाम पर केवल ढकोसलेबाजी हो रही है।
इसके जवाब में लखनऊ पुलिस के हैंडल से कहा गया, प्रकरण में थाना पीजीआई पुलिस द्वारा सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत है 02 आरोपियो को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है व अन्य की गिरफ्तारी हेतु टीमें गठित की गयी है ।