UP | विदेशी फंडों के बहिर्वाह, कच्चे तेल की दर में हलचल, वैश्विक व्यापार से जुड़े तनाव और असमान कॉर्पोरेट आय के मद्देनज़र हाल के महीनों में बाज़ार में उतार-चढ़ाव की स्थिति रही। ऐसे समय में, निवेशकों को ऐसी रणनीतियों की ज़रूरत होती है जो वृद्धि और स्थिरता के बीच संतुलन बनाए रखें। फ्लेक्सी कैप फंड और मल्टी एसेट एलोकेशन फंड विविधीकरण और अनुकूलनशीलता की रणनीति के कारण लोकप्रिय हो रहे हैं।
जिससे निवेशकों को अनिश्चितता से निपटने में मदद मिलती है।टाटा एसेट मैनेजमेंट के फंड मैनेजर, शैलेश जैन ने कहा, “हाल में बाज़ार के उतार-चढ़ाव, बदलते वैश्विक संकेत और खंडवार मूल्यांकन के बीच फर्क के कारण, ऐसी निवेश रणनीतियों की ज़रूरत होती है जो लचीलेपन को पोर्टफोलियो के विविधीकरण के साथ जोड़े।
फ्लेक्सी कैप फंड लार्ज, मिड और स्मॉल कैप में गतिशील आवंटन के ज़रिये यह सुविधा प्रदान करते हैं, जबकि मल्टी एसेट एलोकेशन फंड इक्विटी, फिक्स्ड इनकम, सोना और कमॉडिटी में निवेश का विस्तार कर लचीलापन बढ़ाने का प्रयास करते हैं।