UP । रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज, बाँदा में कथित अनियमितताओं,चिकित्सकीय लापरवाही और गरीब मरीजों के साथ अन्याय के खिलाफ स्थानीय निवासियों शैलेन्द्र वर्मा और राहुल सिंह ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की है।ज्ञापन में कहा गया है कि अस्पताल में मरीजों को सरकारी स्टोर में उपलब्ध दवाओं के बजाय बाहरी मेडिकल स्टोर्स से महंगी दवाएं खरीदने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
सरकारी लैब की बजाय निजी लैब्स में महंगी जांचें कराने का दबाव बनाया जा रहा है। ब्लड टेस्ट, अल्ट्रासाउंड और एक्स-रे जैसी जांचों के लिए लंबा इंतजार कराया जाता है और मरीजों को जानबूझकर निजी सेंटरों में भेजा जाता है। शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया कि कई विभागों में अनुभवी डॉक्टर्स की कमी है, जिससे इलाज में लापरवाही बरती जा रही है। वरिष्ठ चिकित्सक मरीजों को देखने से बचते हैं, जिसके कारण गंभीर मरीजों को उचित उपचार नहीं मिल पाता। ऑपरेशन और आवश्यक उपचार समय पर नहीं होने या स्थगित होने से मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ रही है।जांच रिपोर्ट की गुणवत्ता और निष्पक्षता पर भी सवाल उठाए गए हैं। इसके अलावा, अस्पताल परिसर में गंदगी और अव्यवस्था के कारण संक्रमण का खतरा बना हुआ है।ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि शैलेन्द्र कुमार, पुत्र रमेश चंद्र, द्वारा पूर्व में छत्रपति शाहूजी महाराज पोर्टल के माध्यम से दर्ज शिकायत पर बिना मौके पर जांच किए फर्जी और भ्रामक रिपोर्ट प्रस्तुत कर मामले को रफा-दफा कर दिया गया।मांगें:सभी अनियमितताओं की निष्पक्ष और उच्चस्तरीय जांच।बाहरी दवाएं लिखने वाले चिकित्सकों पर कठोर कार्रवाई।