ऑपरेशन सिंदूर का किया समर्थन
New Delhi । पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत
ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पाक) में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक कर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया। इस साहसिक कार्रवाई को जहां पूरे देश से समर्थन मिल रहा है, वहीं अब ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी इसका स्वागत किया है।
असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट जारी कर भारतीय सेना के इस अभियान की खुलकर सराहना की। उन्होंने लिखा, “मैं हमारी रक्षा सेनाओं द्वारा पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर किए गए हमलों का स्वागत करता हूं। यह एक जरूरी कदम था जो यह दिखाता है कि भारत आतंक के खिलाफ कोई समझौता नहीं करेगा।” उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान को ऐसी सख्त सीख दी जानी चाहिए कि वह दोबारा पहलगाम जैसे हमले की हिम्मत न कर सके।
राजनीतिक सहमति का बढ़ता दायरा
ओवैसी जैसे विपक्षी नेताओं द्वारा भी ऑपरेशन सिंदूर का समर्थन यह दर्शाता है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत एकमत है। यह बयान ऐसे समय में आया है जब देशभर में ऑपरेशन सिंदूर की तारीफ हो रही है और आम जनता सेना के इस कदम को साहसिक बता रही है।
राष्ट्रीय सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं
असदुद्दीन ओवैसी का यह बयान दर्शाता है कि राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर जब देश की संप्रभुता और सुरक्षा की बात आती है, तो सभी नेता एक स्वर में देश की रक्षा नीति का समर्थन करते हैं।’ ऑपरेशन सिंदूर’ न केवल एक सैन्य अभियान है, बल्कि यह भारत की आतंकवाद के खिलाफ नई निर्णायक नीति की शुरुआत भी है।
पाकिस्तानी डीप स्टेट को चेतावनी”
अपने बयान में ओवैसी ने खासतौर पर पाकिस्तानी डीप स्टेट (सेना और ISI) को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, “पाकिस्तानी आतंकवाद के ढांचे को पूरी तरह से नष्ट कर देना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि यह कार्रवाई सिर्फ एक जवाब नहीं, बल्कि भारत की सुरक्षा नीति में आए दृढ़ संकल्प का प्रतीक है। उन्होंने अंत में ‘जय हिन्द !’ लिखकर अपने बयान को समाप्त किया।