New delhi । फिलिप मॉरिस इंटरनेशनल इंक. (पीएमआई) की भारतीय सहयोगी कंपनी आईपीएम इंडिया ने अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए ‘प्रतिभा बढ़ाओ, व्यवसाय बढ़ाओ’ दृष्टिकोण को मजबूत किया है। इसका उद्देश्य एक विकासशील कार्य संस्कृति को बढ़ावा देना है, जहाँ कर्मचारी अपनी पूरी क्षमता के साथ नेतृत्व कर सकें और योगदान दे सकें।
आईपीएम इंडिया मानती है कि विकास की धुरी प्रतिभा होती है। इसी सोच के साथ कंपनी अपने कर्मचारियों के करियर विकास को प्रोत्साहित करती है इसमें तीन मूल सांस्कृतिक मूल्य शामिल हैं: ‘वी केयर’—जो आत्म-जागरूकता, समावेशिता और सहानुभूति को प्राथमिकता देता है; ‘वी आर बेटर टुगेदर’—जहाँ विश्वास, सहयोग और उपलब्धियों का सामूहिक उत्सव होता है; और ‘वी आर गेम चेंजर्स’—जो चुनौतियों को स्वीकारने, लचीलापन दिखाने और असर पैदा करने की प्रेरणा देता है।
आईपीएम इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर नवनील कर ने कहा, “आईपीएम इंडिया में ग्रोथ माइंडसेट हमारी संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है, जो निरंतर सीखने, सहयोग और नवाचार के ज़रिए व्यवसाय को आगे बढ़ाता है। आईपीएम इंडिया के डायरेक्टर – पीपल एंड कल्चर किंगशुक दास ने कहा, “हम मानते हैं कि प्रतिभा का विकास व्यवसाय की वृद्धि से अधिक तेज़ होना चाहिए।