युद्ध के हालात से निपटने तैयार है देश
New Delhi । आतंकवाद के खिलाफ भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर के बाद गृह मंत्रालय के निर्देश पर बुधवार को देशभर में एक व्यापक मॉक ड्रिल आयोजित की गई। इस अभ्यास का उद्देश्य युद्ध जैसे हालात और दुश्मन के हवाई हमलों के वक्त तैयारियों को परखना और आम जनता को जागरूक करना था।
देश के 25 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 244 जगहों पर युद्ध के दौरान बचाव के तरीकों की मॉक ड्रिल हुई। शाम को ब्लैकआउट एक्सरसाइज की भी गई। जो इस बात का संकेत है कि देश युद्ध के हालात से निपटने को तैयार है।
सिविल डिफेंस डिस्ट्रिक्ट्स को उनकी संवेदनशीलता के आधार पर 3 कैटेगरी में बांटा गया। कैटेगरी-1 सबसे संवेदनशील और कैटेगरी-3 कम सेंसेटिव है। गृह मंत्रालय ने 5 मई को सभी राज्यों को मॉक ड्रिल कराने के आदेश जारी किए थे। दिल्ली के खान मार्केट में बुधवार को एक मॉक ड्रिल की गई, जिसमें सुरक्षाबलों और आपदा प्रबंधन से जुड़े विभागों ने भाग लिया।
नई दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में भी शाम को मॉक ड्रिल की जाएगी। इसी प्रकार, बेंगलुरु के हलसूरु झील, जयपुर के एमआई रोड, पुणे के काउंसिल हॉल और हैदराबाद के काचेगुड़ा रेलवे स्टेशन पर भी मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। पंजाब के अमृतसर में पुलिस और सिविल डिफेंस टीमों ने मिलकर यह अभ्यास किया। वहीं मुंबई में क्रॉस मैदान और छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस पर मॉक ड्रिल के जरिए हमले से निपटने की तैयारी का प्रदर्शन किया गया।
मुंबई में रेलवे ने आयोजित की ड्रिल
मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी डॉ। स्वप्निल निला ने जानकारी दी कि सिविल डिफेंस यूनिट की ओर से सीएसएमटी पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस दौरान रेलवे की तत्परता का प्रदर्शन किया गया और आम जनता को सतर्क रहने का संदेश दिया गया। मुंबई के अलावा कल्याण में भी मॉक ड्रिल की गई और नागरिकों को बिल्डिंग से बाहर निकाला गया।
हरियाणा में ऑपरेशन अभ्यास नाम से राज्यव्यापी मॉक ड्रिल की गई, जिसमें ब्लैकआउट अभ्यास और आम नागरिकों की भागीदारी भी शामिल रही।
मप्र के पांच शहरों में मॉक ड्रिल
मप्र के पांच शहरों इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और कटनी में मॉक ड्रिल की गई। भोपाल में शाम 4 बजे डीबी मॉल में आग से बचाव और लोगों को बाहर निकालने के साथ नूतन कॉलेज में बने अस्थाई अस्पताल पहुंचाने की रिहर्सल की गई। वहीं न्यू मार्केट में भी लोगों को हमले के दौरान सुरक्षित निकलने की रिहर्सल हुई।
इधर, डीबी मॉल से मरीजों को लेकर एम्बुलेंस नूतन कॉलेज में बनाए गए अस्थाई अस्पताल पहुंची। जहां घायलों का इलाज शुरू किया गया। एक मरीज गंभीर होने पर उसे रेड जोन में शिफ्ट किया गया।
अस्थाई अस्पताल में मॉक ड्रिल के दौरान एक चूक भी आई सामने आई। यहां स्टाप ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर पहुंचा लेकिन मास्क किट भूल गए। जिसके बाद मरीज को दूसरे बेड में इलाज के लिए भर्ती किया गया। हालाकि टीम ने तत्काल गलती सुधारते हुए जेपी अस्पताल से मास्क किट मंगवाई। अस्थाई अस्पताल में स्वस्थ विभाग द्वारा कुल 110 लोगों का स्टाफ तैनात किया गया है
इसमें स्पेशलाइज्ड डॉक्टर, मेडिकल ऑफिसर, सपोर्टिंग स्टाफ, नर्सिंग स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ, फार्मासिस्ट समेत अन्य शामिल है। इससे पहले सबसे पहले पुलिस लाइन नेहरू नगर में आपात स्थिति से निपटने के लिए मॉक ड्रिल की रिहर्सल की गई। इसमें बताया गया कि हमले या आपदा के दौरान कैसे घायलों को प्राथमिक उपचार दिया जाए और उन्हें सुरक्षित अस्पताल पहुंचाया जाए।
ड्रिल के दौरान सीपीआर देना भी सिखाया गया। एक नकली हमले की स्थिति में घर में आग लगने का दृश्य दिखाया गया, जहां फायर फाइटर्स ने आग पर काबू पाया और घायलों को सुरक्षित निकाला।