Mumbai । भारतीय शेयर बाजार बुधवार को गिरावट पर बंद हुआ। बाजार में ये गिरावट दुनिया भर सके मिले कमजोर संकेतों के साथ ही बिकवाली हावी रहने से आई है। इसके अलावा अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के वाहन और दवा आयात पर 25 फीसदी शुल्क लगाने की घोषणा से भी बाजार पर दबाव आया है।
इस घोषणा के बाद से ही दवा और आईटी शेयर टूटने लगे। इससे वित्तीय शेयरों में आई तेजी भी बाजार को संभाल नहीं पायी। ट्रंप ने सेमीकंडक्टर चिप पर भी 25 फीसदी टैरिफ लगाने की घोषणा की है।दिन भर के कारोबार के बाद तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स अंत में 28.21 अंक करीब 0.04 फीसदी की गिरावट के साथ ही 75,939.18 पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी अंत में 12.40 अंक तकरीबन 0.05 फीसदी गिरकर 22,932 पर बंद हुआ।
आज कारोबार के दौरान आईटी स्टॉक्स पर दबाव रहा। टीसीएस का शेयर सबसे ज्यादा 2.28 फीसदी गिरकर बंद हुआ। इसके अलावा इन्फोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, सनफार्मा, भारती एयरटेल, पावर ग्रिड, एचसीएल टेक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टेक महिंद्रा, बजाज फिनसर्व प्रमुख रूप से गिरावट में रहे।
ब्रोडर इंडेक्स स्मॉलकैप और मिडकैप में आज 2.4 फीसदी और 1.6 फीसदी की तेजी रही । हालांकि, इंडेक्स सितंबर और दिसंबर में अपने शीर्ष स्तर से अभी भी 21.25 फीसदी और 17.1फीसदी नीचे कारोबार कर रहे थे।वहीं गत दिवस भी बाजार गिरावट पर बंद हुआ था।इससे पहले आज सुबह बाजार बुधवार को गिरावट के साथ खुला है। सप्ताह के तीसरे ही कारोबारी दिन बाजार दुनिया भर से मिले कमजोर संकेतों से बाजार नीचे आया। खुलने के समय पर बीएसई सेंसेक्स 296 अंक करीब 0.39 फीसदी की गिरावट के साथ ही 75,670.80 पर था। वहीं निफ्टी भी 98 अंक तकरीबन 0.43 प्रतिशत नीचे आकर 22,847.25 पर था।
वहीं आज दुनिया भर के बाजारों की बात करें तो एशियाई शेयर बाजारों में मिला-जुला रुख रहा। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के ऑटो, फार्मास्यूटिकल्स और सेमीकंडक्टर आयात पर शुल्क लगाने की घोषणा के बाद बाद से ही एमएससीआई एशिया एक्स-जापान 0.3 फीसदी नीचे आ गया।
भारतीय इक्विटी में लगातार बिकवाली के सिलसिले को तोड़ते हुए, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने पिछले कारोबारी सत्र के दौरान शुद्ध रूप से 4,786.56 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे और घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने मंगलवार को शुद्ध रूप से 3,072.19 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी।