Mumbai । मलाबार ग्रुप ने अपनी सामाजिक जिम्मेदारी को आगे बढ़ाते हुए डब्ल्यूएचओ इंडिया के साथ मिलकर एक नया सीएसआर प्रोजेक्ट ‘नर्चरिंग बीगिनिंग्स’ शुरू किया है. इस प्रोजेक्ट का मकसद शहरों की गरीब बस्तियों में रहने वाली मांओं और बच्चों को बेहतर पोषण और स्वास्थ्य सेवाएं देना है साथ ही इसका उद्देश्य बच्चों के मानसिक और बौद्धिक विकास को बढ़ावा देना भी है।
इसके लिए मलाबार ग्रुप के कोझिकोड, कुट्टिकट्टूर स्थित मुख्यालय में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए. इस मौके पर डब्ल्यूएचओ इंडिया के प्रतिनिधि डॉ रोडेरिको एच ओफ्रिन, डब्ल्यूएचओ के नेशनल प्रोफेशनल ऑफिसर डॉ बी मुहम्मद अशील, मलाबार ग्रुप के चेयरमैन एमपी अहमद, मलाबार गोल्ड एंड डायमंड्स के मैनेजिंग डायरेक्टर (इंडिया ऑपरेशंस) अशर ओ, ग्रुप एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर निशाद एके, एनजीओ ‘थनल’ के चेयरमैन डॉ वी इदरीस, मलाबार ग्रुप के सीनियर डायरेक्टर्स और अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।
यह प्रोजेक्ट मलाबार चैरिटेबल ट्रस्ट के जरिए लागू होगा.‘नर्चरिंग बीगिनिंग्स’ प्रोजेक्ट मलाबार ग्रुप के ‘हंगर फ्री वर्ल्ड’ प्रोग्राम का विस्तार है. वैश्विक अध्ययनों के मुताबिक, गर्भावस्था से लेकर बच्चे के शुरुआती दो साल (पहले 1,000 दिन) शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं. इस प्रोजेक्ट के तहत मांओं और बच्चों को मुफ्त पौष्टिक भोजन और स्वास्थ्य सेवाएं दी जाएंगी।
जो उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाएंगी. शुरुआत में यह प्रोजेक्ट दिल्ली की शहरी बस्तियों में शुरू होगा और बाद में इसे अन्य राज्यों में भी बढ़ाया जाएगा.”मलाबार ग्रुप के चेयरमैन एमपी अहमद ने इस मौके पर कहा, “नर्चरिंग बीगिनिंग्स हमारे लिए बहुत खास प्रोजेक्ट है, जो हमारे ‘हंगर फ्री वर्ल्ड’ प्रोग्राम को और मजबूत करता है।