आईटी सिटी के निर्माण के लिए इंजीनियर्स की टीम होगी तैनात, 1500 करोड़ रुपए की लागत से 100 एकड़ में होगा निर्माण*
Lucknow : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में प्रस्तावित स्पेशल इकॉनमिक जोन (एसईजेड) में बनने वाले आईटी सिटी को धरातल पर उतारने के कार्यों में योगी सरकार तेजी लाने जा रही है। सीएम योगी के विजन को मिशन मानकर यूपी इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपीएलसी) ने पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) आधारित निर्माण प्रक्रिया की शुरुआत करने के लिए इंजीनियर्स की विशिष्ट टीम की तैनाती की प्रक्रिया शुरू कर दी है। ये इंजीनियर्स वैश्विक मानकों के अनुरूप आईटी सिटी के विकास के लिए आधारभूत संरचनाओं के निर्माण व विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। आईटी सिटी के निर्माण के लिए स्वीकृत मास्टर प्लान के आधार पर डीटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) का निर्माण किया जाएगा और इसी के अनुरूप इंजीनियर्स की यह टीम निर्माण व विकास कार्यों समेत विभिन्न पहलुओं की मॉनिटरिंग सुनिश्चित करेगी।
1500 रुपए की लागत से 100 एकड़ में होगा निर्माण
सीएम योगी के विजन अनुसार, एसईएड के अंतर्गत आईटी सिटी का निर्माण 1500 करोड़ रुपए की लागत से एचसीएल द्वारा सुल्तानपुर रोड स्थित चक गंजरिया में 100 एकड़ प्रसार क्षेत्र में किया जाना है। ऐसे में, वैश्विक मानकों के अनुरूप और भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए इसका निर्माण व विकास होगा जो आगे चलकर प्रदेश समेत उत्तर भारत के बड़े आईटी हब के तौर पर आईटी सिटी की पहचान को प्रशस्त करेगा।
मास्टर प्लान पर आधारित डीपीआर के अनुरूप होगा कार्य
लखनऊ में निर्मित होने वाली आईटी सिटी का निर्माण व विकास मास्टर प्लान के अनुरूप होना है तथा इसके डीटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) को तैयार करने की प्रक्रिया जारी है। इस डीपीआर के अनुसार ही इंजीनियर्स की विशिष्ट टीम निर्माण व विकास कार्यों को पूर्ण करेगी। इंजीनियर्स की टीम द्वारा मेंटिनेंस मैनुअल, कंट्रोल गाइडलाइंस व सिटी मैनेजमेंट सर्विसेस के रेगुलेशन को लेकर नीति निर्माण में भी अहम भूमिका निभाई जाएगी। टीम द्वारा इंस्पेक्शन रिपोर्ट, प्रोजेक्ट इंफ्रास्ट्रक्चर व प्रोजेक्ट फैसिलिटी के लिए जरूरी अवसंरचनाओं के निर्माण व विकास के कार्यों को भी पूर्ण किया जाएगा।
उच्च गुणवत्ता को किया जाएगा सुनिश्चित
आईटी सिटी में होने वाले सभी अवसंरचनाओं के निर्माण व विकास कार्यों में उच्च गुणवत्ता को सुनिश्चित किया जाएगा। इसे भविष्य की जरूरतों के अनुसार बनाया जाएगा तथा वैश्विक प्रतिमानों का अनुसरण किया जाएगा। इन कार्यों को सुनिश्चित करने का दायित्व भी इंजीनियर्स की विशिष्ट टीम निभाएगी। इनमें देश-विदेश के इंजीनियर्स शामिल होंगे। खासतौर पर आईटी सिटी में बनने वाले सभी बुनियादी आईटी फ्रेमवर्क को पूरा करने के लिए देश के विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों के एक्सपर्ट्स की मदद ली जाएगी। प्रोजेक्ट में निर्माणाधीन अवसंरचनाओं तथा स्थापित होने वाले उपकरणों में प्रयुक्त होने वाली सामग्री की गुणवत्ता व प्रमाणन सुनिश्चित करने के लिए प्रयोगशाला की स्थापना कर विभिन्न प्रकार के टेस्ट्स को पूरा किया जाएगा।