Kanpur ।मोहर्रम की दसवीं तारीख यौमे आशूरा के मौके पर हज़रत इमाम हुसैन की शहादत की याद में गम और अकीदत का सैलाब देखा गया।इस दौरान विभिन्न स्थानों से मातमी जुलूस निकले,इसके अलावा ग्वालटोली स्थित छोटी कर्बला और नवाबगंज स्थित बड़ी कर्बला में अकीदतमंदों का हुजूम उमड़ा।शहर भर से आए ताजियों को कर्बला में दफनाया गया।
इससे पहले, हज़ारों की तादाद में अज़ादारों ने कर्बला पहुंचकर 72 प्यासे शहीदों की बारगाह में हाजिरी दी। वहीं, मुस्लिम इलाकों से ताजिया लेकर जुलूस निकाले गए।जो विभिन्न रास्ते से होते हुए ग्वालटोली और नवाबगंज के कर्बला मैदान पर पहुंचे।इस दौरान हर तरफ सुरक्षा व्यवस्था का घेरा भी नजर आया।
यहां पर अकीदतमंद पैदल और वाहनों के जरिए पहुंचे।बड़ी कर्बला में ताजिया दफन करने के दौरान फातिहा भी दिलाई गई।वहीं, अजादारों की सेवा के लिए जगह-जगह चाय, शर्बत और पानी के कैम्प लगाए गए।इसके अलावा, कुरआन की तिलावत, फातिहा ख्वानी और मजलिसें पूरे दिन होती रहीं।