- पूर्व भारतीय टीम के तेज गेंदबाज ने बीसीसीआई के नियमों की सराहनी की
- आईपीएल और रणजी ट्राफी दोनों ही टूर्नामेंट की तुलना करना सही नहीं
Kanpur: रोहित शर्मा, विराट कोहली समेत भारतीय टीम के सभी सीनियर खिलाड़ियों को घरेलू प्रतियोगिताओं में खेलने के बीसीसीआई के निर्देश को सही ठहराते हुए पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज व चयनकर्ता चेतन शर्मा ने कहा कि वह जितना घरेलू क्रिकेट खेलेंगे उससे उनका व घरेलू प्रतियोगिताओं का स्तर ऊंचा उठेगा।
बोर्ड के इस फैसले से कई खिलाड़ी नाखुश भी थे हालांकि मजबूरन उन्हें खेलना पड़ रहा है। इसपर चेतन शर्मा ने कहा कि बीसीसीआई और टीम मैनेजमैंट ने कुछ पैरामीटर निर्धारित किए है, किसको खेलना है, किसको रेस्ट करना हैं, यह वह तय करेगे। तेज गेंदबाजों को रेस्ट की जरूरत है, उनको आराम दिया जाता है। जिनको खेलना है, वह खेल भी रहे हैं। पिछले समय में बात करे तो पूरा हिन्दुस्तान खेला था। जो-जो खिलाड़ी फिट थे वह सभी खेले थे। जो अनफिट थे उन्हें खिलाने का कोई मतलब भी नहीं, उन्हें एनसीए जाकर अपने को फिट करना पड़ता है। बाकी चयनकर्ता इन सभी पर अपनी बारीकी से नजरें रखते हैं। बाकी नियम सभी के लिए एक समान है, जिसे उन्हें पालन करना होगा।
आईपीएल और रणजी ट्राफी से टीम चयन की तुलना करने पर उन्होंने कहा कि दोनों ही देश के बड़े टूर्नामेंट हैं। यहां तक पहुंचने के लिए भी प्रत्येक खिलाड़ी जमीनी स्तर से होकर पहुंचता है। आईपीएल में भी खेलने वाले खिलाड़ी को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी आदि में अपनी छाप छोड़नी होती है। मैंने पिछले दस वर्षों में केवल वरुण चक्रवर्ती को छोड़कर शायद ही ऐसा कोई खिलाड़ी देखा होगा जो सीधा टीम इंडिया खेल पाया हो।
कानपुर में होने जा रही केपीएल की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि इस तरह की स्तरीय प्रतियोगिओं से टैलेंट उभर कर सामने आता है। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा यकीन है कि इस प्रतियोगिता के कई खिलाड़ी यूपी टी-20 लीग और आईपीएल तक जाने में सफल होंगे। चयनकर्ता की भूमिका निभाते हुए उन्होंने कहा कि मेरा मकसद है कि केपीएल जैसी प्रतियोगिताओं से छुपी हुई प्रतिभा को निकाल सकूं, जो देश के लिए नाम रौशन कर सके।