50वां भव्य हुसैन दिवस समारोह रजबी ग्राउण्ड परेड कानपुर में सम्पन्न
हजरत इमाम हुसैन ने कर्बला के मैदान से दुनिया को अमन का पैगाम दिया। – कल्बे जव्वाद
Kanpur,। हुसैनी फेडरेशन के तत्वाधान में 50वां हुसैन दिवस समारोह का भव्य आयोजन रजबी ग्ग्राउंड में हुआ। जलसा शाम 7 बजे आरम्भ हुआ। जलसा शुरू होने से पहले विधवा और यतीम लड़कियों के लिये सिलाई मशीन और असहाय लोगों के लिये कम्बल लाटरी, (कुरानदाजी) द्वारा मौलाना अजहर अब्बास साहब इमामे जुमा जाजमऊ के द्वारा पर्ची निकाली गई। जलसे का आरम्भ मौलाना अजहर अब्बास इमामे जुमा जाजमऊ ने कुरानेपाक के पाठ से किया। जलसे का उदघाटन करते हुये मौलाना जहीर अब्बास (लखनऊ) ने कहा कि हुसैनी फेडरेशन के जिम्मेदारान मुबारकबाद के पात्र हैं जो 50 वर्षों से एक अज़ीम शाहराह पर हुसैन दिवस समारोह का आयोजन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पैगम्बरे इस्लाम के नवासे हजरत इमाम हुसैन ने मानवता को बचाने के लिये दुनिया में शान्ति स्थापित करने के लिये अपने 72 साथियों के साथ लाखो इन्सानियत के दुश्मनों का मुकाबला करते हुये महान कुर्बानी पेश की। मैं अपनी ओर से और इन्सानियत चाहने वालों की ओर से बारगाह-ए-हुसैनी में खिराजे अकीदत पेश करता हूँ और हुसैनी फेडरेशन की पूरी तंजीम को मुबारकवाद पेश करता हूँ कि वे यौमे हुसैन हर साल एक अज़ीम शाहराह पर मुनक्किद करते हैं। 50वें हुसैन दिवस समारोह को सम्बोधित करते हुये दिल्ली से तशरीफ लाये मौलाना कल्बे रूशैद ने कहा कि नूरे मुजस्सम सरदारे अम्बिया हजरत मोहम्मद के नवासे हजरत इमाम हुसैन शहीदे आज़म ने करबला के मैदान से पूरी दुनिया को अमन का पैगाम दिया। मौलाना ने आगे कहा कि इस्लाम हमेशा आतंक वाद के खिलाफ रहा है इस्लाम में दहशतगर्दी के लिये कोई जगह नही है।
हजरत मौलाना अलमदार हुसैन ने अपने नूरानी व इरफानी बयान में कहा कि हजरत इमाम हुसैन ने कर्बला के मैदान में दम तोड़ती हुई इन्सानियत और इस्लाम को बचाने के लिये अपने 71 साथियों के साथ जो अज़ीम कुर्बानी पेश की उसको रहती दुनिया तक याद किया जाता रहेगा।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से पधारे मौलाना यासूब अब्बास प्रवक्ता शिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने अपने खिताब में कहा कि कुराने पाक में अल्लाह ने फरमाया है कि झूठी ताकतों के खिलाफ इमान वाले सच्चे लोग सीसाप्लाई दीवार की तरह खड़े हो जायेंगें। मौलाना ने आगे कहा कि यह इशारा कर्बला की तरफ है उन्होंने कहा कि नवासे रसूल के पदचिन्हों पर चल कर दुनिया में अटूट एकता कायम हो सकती है।
इस अवसर पर हुसैनी फेडरेशन के चेयरमैन हाजी सै० कबीर जैदी, अली अख्तर रिजवी सदर, हाजी कमर अब्बास आब्दी जनरल सेक्रेटरी, रईसुल हसन रिजवी सेक्रेटरी फाइनेंस, डा० जुल्फिकार अली रिज़वी मीडिया प्रभारी, उपाध्यक्ष मुशीर आब्दी, मास्टर असगर, इसरार हुसैन, अफसर हुसैन, इब्ने हसन (बबलू), मुशर्रफ हुसैन रिजवी, रिफाकत हुसैन, यूसुफ जाफरी, रिजवान मुश्ताक, एहसान हुसैन, आसिफ अब्बास, कमर अब्बास रिजवी, शमीम पंजतन, मंजर हुसैन, नासिर रिजवी, ताजदार जैदी, सआदत हुसैन, रज़ी अब्बास, इफ्तिखार हुसैन, जामिन रिजवी, विकार हसन, मुजीबुल हसन, अली रिजवी, जीशान हैदर, अली आला, फरहत हुसैन, ज़की हुसैन, नाज़ आलम, विकार हुसैन जैदी, कल्बे अब्बास, हसन रज़ा रिजवी, सगीर अंजुम, शोएब हसन, हैदर अब्बास, सै० अयाज़ हैदर, मीसम जैदी, मो० अब्बास सक्रिय थे।