गांव के निचले इलाकों में हुआ अस्थायी जलभराव
यमुना के जलस्तर वृद्धि की गति हुई धीमी, औरैया से प्राप्त गेज रिपोर्ट के अनुसार 117.400 मीटर है जलस्तर
प्रति घण्टे 2 सेमी की हो रही है बढ़ोतरी,
आज रात तक जलस्तर स्थिर होने की संभावना
Kanpur।डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने घाटमपुर तहसील के यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर से प्रभावित गड़ाथा गांव का निरीक्षण किया। उन्होंने गांव पहुंचकर ग्रामीणों से संवाद किया और उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने हर संभव सहायता का आश्वासन देते हुए संबंधित विभागों को त्वरित राहत और बचाव कार्य संचालित करने के निर्देश दिए।जिलाधिकारी ने बताया कि बाढ़ की स्थिति पर जिला प्रशासन द्वारा 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है। जलभराव से प्रभावित गांवों में चौकियों की स्थापना कर ग्रामीणों के सुरक्षित निवास की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि स्वास्थ्य विभाग गांव में विशेष कैंप स्थापित कर, गांव की जनसंख्या के अनुसार बच्चों, बुजुर्गों, महिलाओं और पुरुषों की सूची तैयार करते हुए उनका चिकित्सा परीक्षण और इलाज सुनिश्चित करे।गांव में एंटी स्नैक वेनम एवं आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि बच्चों के लिए नत्थू सिंह परमार मेमोरियल पब्लिक स्कूल में अस्थायी विद्यालय संचालित किए जाएं, जिनमें पठन-पाठन के साथ-साथ भोजन और पेयजल की व्यवस्था भी रहे।उप जिलाधिकारी घाटमपुर को निर्देशित किया गया कि बाढ़ प्रभावित सभी गांवों में राहत सामग्री के वितरण हेतु कर्मियों की ड्यूटी लगाई जाए तथा बाढ़ सहायता केंद्रों की स्थापना की जाए।इन सहायता केंद्रों में मोबाइल चार्जिंग की भी व्यवस्था उपलब्ध कराई जाए।
अधिशासी अभियंता बाढ़ नियंत्रण मनोज कुमार सिंह ने डीएम को अवगत कराया कि यमुना के जलस्तर वृद्धि की गति धीमी हुई है और यह से प्राप्त गेज रिपोर्ट के अनुसार अपराह्न 2:00 बजे 117.400 मी जलस्तर दर्ज किया गया है। वर्तमान समय में 2 सेंटीमीटर प्रति घंटे के रफ्तार से जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है जिसके आज रात तक स्थिर होने की संभावना है।जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि बीमार बच्चों, बुजुर्गों, पुरुषों और गर्भवती महिलाओं की विशेष निगरानी रखी जाए।
गांव में मेडिकल टीम भी मौजूद रहेगी। साथ ही गांवों में भोजन वितरण की व्यवस्था नियमित रूप से जारी रहे और स्वच्छ पेयजल की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे घबराएं नहीं, प्रशासन पूरी तरह से उनके साथ है और हर प्रकार की सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
जिलाधिकारी ने बीमार महिला को दिलाया समुचित इलाज
जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा बाढ़ प्रभावित गांव गड़ासा के निरीक्षण के दौरान एक मानवीय पहल देखने को मिली। गांव की निवासी श्रीमती सुख देवी, पत्नी रामनाथ, जो गंभीर बीमारी से पीड़ित थीं, इलाज के लिए बाहर जाना चाहती थीं।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी ने नाव में बैठाकर बाहर निकाला और स्वास्थ्य विभाग को तत्काल समुचित इलाज कराने के निर्देश दिए। इस सराहनीय कदम से न केवल पीड़िता को राहत मिली, बल्कि प्रशासन की संवेदनशीलता भी सामने आई।